मकर संक्रांति पर 10 लाइन : मकर संक्रांति पुरे भारत देश में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्यौहार मकर संक्रांति है। हर त्यौहार की तरह यह त्यौहार भी हिन्दू धर्म में काफी महत्व रखता है, इस दिन बहुत से धार्मिक कार्य किये जाते हैं और हिन्दू सभ्यता के अनुसार इस दिन को दान तथा पुण्य करना अच्छा माना जाता है। इस दिन नदियों के स्नान को बड़ा महत्व दिया गया है तथा सूर्य देव की भी पूजा की जाती है।
परीक्षाओ में भी पूछे जाने वाले प्रश्न : जैसे मकर संक्रांति कब मनाई जाती है? मकर संक्रांति कैसे मनाते है? तथा मकर संक्रांति पर 10 लाइन लिखिए (makar sankranti par 10 line) आदि। तो इस बात को ध्यान रखते हुए हम आज आपके लिए मकर संक्रांति पर 10 लाइन लाये हैं इन्ही प्रश्नों के उत्तर। इस वर्ष 14 जनवरी को मकर संक्रांति का यह पर्व आएगा एवं स्नान की संक्रांति 15 तारीख को मनाई जाने वाली है।
मकर संक्रांति कब मनाई जाती है?
हिन्दू क्लैंडर की पौष मास में सूर्य के मकर राशि में आने पर यह त्यौहार मनाया जाता है यह मुख्यत 14 या 15 जनवरी को आता है। माना जाता है कि इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है। इस त्यौहार को तमिलनाडु में इसे पोंगल के नाम से जाता है और उत्तर प्रदेश तथा पश्चिमी बिहार में इस त्यौहार को खिचड़ी के नाम से जानते है और कर्नाटक, केरल तथा आंध्र प्रदेश राज्यों में इसे केवल संक्रांति के नाम से जाने जाते हैं।
मकर संक्रांति कैसे मनाते?
इस दिन तिलगुड़ खाने-खिलाने की परम्परा है कहा जाता है कि इस समय गुड़ और तिल दान स्वरूप भेंट करती है ये दान शुभ माना जाता हैं। और इस दिन दान करने से गुरु और बुध ग्रह से जुड़े दोष दूर होते हैं। इस दिन को दिया गया दान मनुष्य के मोक्ष प्राप्ति का आधार बनता है । इस दिन पतंग उड़ाने की परम्परा है बड़े और बच्चे सभी पतंग उठाते हैं। इस दिन दान का बहुत ही महत्व है अगर आप इस दिन दान करते है तो आपके सरे दुःख दूर हो जाते हैं तथा आपके जीवन से समस्याएँ खत्म होने लगती है।
मकर संक्रांति पर 10 लाइन (Makar Sankranti Par 10 Line)
आपको में आज मकर सक्रांति पर 10 लाइन निचे लिख रहा हु अगर आपके कुछ नया पता हो तो आप हमें कमेंट के माध्यम से हमें कुछ और लाइन सजेस्ट कर सकते हो अगर हमें अच्छी लगी तो हम अपने लेख में इन लाइन्स को जरूर जोड़ेगे करेंगे ।
- मकर संक्रांति को अलग अलग नाम से भी पुकारा जाता हैं जैसे तमिलनाडु में ताइ पोंगल, गुजरात, उत्तराखण्ड में उत्तरायण, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब में माघी और उत्तर प्रदेश तथा पश्चिमी बिहार में खिचड़ी आदि।
- यह हर वर्ष 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है माना जाता है कि पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर आता है और हिन्दू धर्म शास्त्र के अनुसार मकर संक्रान्ति से शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश आदि की शुरुआत होती है।
- इस दिन तील गुड बांटा जाता है तथा तील गुड के लड्डू खाए जाते हैं। इस समय गुड़ और तिल दान भेंट किया जाता है ये दान शुभ माना जाता हैं।
- मकर संक्रांति पर हिन्दूओ द्वारा गंगास्नान एवं दान देने की मुख्य परंपरा है। और पवित्र नदियों पर स्नान किया जाता है ऐसा करने से पुण्य मिलता है।
- प्रयागराज में गंगा, यमुना, सरस्वती के संगम तट पर विश्व के सबसे बड़े स्नान मेले का आयोजन इसी दिन से प्रारम्भ होता है। जहा बड़ी संख्या में श्रदालु भक्त आते हैं।
- मकर संक्रांति पर शहरो में पतंगबाजी की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती है।
- इस दिन सूर्य दक्षिणी गोलार्ध से उत्तरी गोलार्ध में प्रवेश करता है जो अत्यधिक शुभ माना जाता हैं।
- हिदू मान्यता के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है तथा अच्छे मोसम और फसल की कामना की जाती हैं ।
- इस दिन भगवान को खिचड़ी चडाई जाती है तथा खिचड़ी का भी वितरण किया जाता है वेसे यह प्रथा बहुत ही कम जगह पर प्रचलित है। केवल (उत्तर प्रदेश तथा पश्चिमी बिहार)
- इस त्यौहार को भारत के अलावा थाईलैंड, श्रीलंका , नेपाल , बांग्लादेश, म्यांमार आदि देशो में भी अलग अलग नामो से मनाया जाता है।